शिव महापुराण (Shiva Mahapurana) हिन्दू धर्म के महत्त्वपूर्ण पुराणों में से एक है। यह पुराण भगवान शिव के बारे में विस्तारपूर्वक ज्ञान, कथाएं, तत्त्व और मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह पुराण श्रीमद्भागवत पुराण के बाद द्वितीय सबसे बड़ा पुराण है
शिव महापुराण में छह अंश (संहिता) हैं:
- विद्येश्वर संहिता: इसमें शिव के स्वरूप, मन्त्र, उपासना और तप का वर्णन है।
- रुद्र संहिता: इसमें शिव की अनेक लीलाएं, अवतारों का वर्णन और शिव तत्त्व के बारे में विस्तृत चर्चा है।
- शत्रुंजय संहिता: यह महामृत्युंजय मंत्र, शिवलिंग पूजा, व्रत, और शिव अर्चना के विधान का वर्णन करती है।
- कोटिरुद्र संहिता: इसमें शिव के एक कोटि अवतारों, दिव्यत्व, लीलाएं और शिव अभिषेक की महिमा का वर्णन है।
- उमा संहिता: यह उमा-पार्वती की कथाएं, उनके विवाह, संवाद और उपासना के विधान का वर्णन करती है।
- कैलास संहिता: इसमें कैलास पर्वत, शिवलोक, साधना, शिव भक्तों की कथाएं और शिव गीता का वर्णन है।
शिव महापुराण शिव भक्तों के बीच बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे पठने और सुनने से मानसिक शांति, धार्मिक उत्साह और भक्ति का विकास होता है।
Reviews
There are no reviews yet.